ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। हनुमान जी अष्ट चिरंजीवियों में से हैं जिन्हें माता सीता ने हर युग में श्रीराम की भक्ति करने का और उनके भक्तों की रक्षा करने का वरदान दिया। नजर-गुजर देह बांधों रामदुहाई फेरों शब्द शाचा, हाथ में लड्डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका https://mydirectoryspace.com/listings13208685/hanuman-shabar-mantra-options