ध्यानलिंग प्रक्रिया के बाद जब मेरा शरीर पूरी तरह टूट चुका था और वह रहने लायक भी नहीं बचा था, तब मैनें बड़े पैमाने पर कई बार शरीर को ठीक करने के लिए उस शालिग्राम का इस्तेमाल किया। कुछ दूसरी तरह के शालिग्राम होते हैं, जिनका लोगों पर हल्का प्रभाव https://mahavidya84051.blogocial.com/how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-an-overview-68227597